7 April- World Health Day जिंदगी और स्वास्थ्य 7 अप्रैल- विश्व स्वास्थ्य दिवस Poet Rajesh Bhardwaj 'Raj'

 


उत्तराखंड की लगूली is feeling blessed at उत्तराखंड की लगूली.

जिंदगी और स्वास्थ्य
(7 अप्रैल- विश्व स्वास्थ्य दिवस)
आधुनिकता की दौड़ अब
नासूर बनकर रह गई
हर आदमी बीमार और
जिंदगी, जंजाल बनकर रह गई।
छोड़कर साग, फल, सब्जी
मैगी घर-घर पहुंच गई
पिज़्ज़ा, बर्गर ने आदी बनाकर
रोगों की चाबी हमें सौंप दी।
रातों को जागें, दिन को सोऐं
बेचैनियां, मोबाइल ने परोस दी
खोकर सुकून, हर रोज का
जिंदगी ,जख्म के नाम हो गई ।
बचपन सॉफ्ट ड्रिंक्स वाला
जवानी को शराब पी गई
जिम वाली जीवन शैली
खून का पानी कर गई ।
आधुनिकता की पढ़ाई- लिखाई
हमें माटी से दूर ले गई
बाजार की मिलावटी चकाचौंध
रोगों की सौगात दे गई।
आओ ! ढूंढे, स्वस्थ जिंदगी
तनाव मुक्त, मस्त जिंदगी
रोग मुक्त हो, शोक मुक्त हो
तेरी जिंदगी, मेरी जिंदगी।
Good Health Is Said To Be A Key To Good Life
स्वरचित शब्दावली
मौलिक/स्वरचित/अप्रकाशित
© ® राजेश भारद्वाज 'राज'
प्रवक्ता (जीव विज्ञान)
रा. इ. का. द्वारीखाल
पौड़ी गढ़वाल
ग्राम-खैणी पो ढोंटियाल
तहसील- लैंसडाउन
पौड़ी गढ़वाल 246155

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ