बालकृष्ण डी. ध्यानी ने प्रकाशित किया
· 1 दिन · Pauri, उत्तराखण्ड, भारत ·

#गढ़वळिम_कविता
धारा कु पाणी कख
धारा कु पाणी कख
जब धारूई नी रई
यख अई भुला
यू खाली बोतल उठई।
चौक डीनडयाली
निरई नारंगी की डाली
कुड़ी खंडवार
तेरु गांव छ खाली खाली ।
यख बांदर सुगर
सड़कियो फाड़ा डंगर
तख भीटी औदा सेल्फी बाज
बनौदा मजाक ।
कीक पाड़ पाड़ करदी
जख लंपू छ बुजडू
सब कुछ हरचनु
कख जै खोजनु ।
यख मनखियों कु अकाल
जानबरू की बगवाल
सड़कियो का जाल
बुजुर्ग कना जगवाल ।
जख भबरांदी छै आग
वख मुस्सौ कू राज
जखा थै चांदू निल्ली गौडी
वख उजाड़ छ फैड़ी।
रैण धा ये पहाड़ यन्नी
न बनवा मजाक
तुम सब्बी तख वाला
आवा खोला कुड़ी ताला ।
©® राकेश उनियाल
गांव सकलाना
टेहरी गढ़वाल उत्तराखंड
#राकेश_उनियाल #पौड़ी_गढ़वाल #टेहरी_गढ़वाल #कुमांऊ #uklaguli #posts #poet #kumaoni #worlpoetry #indian #Poetry #UKLaguli #अल्मोड़ा #सकलाना #india #gharwalipoems #video #poems #Ghrwali #gharwali #उनियाल #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand #himdipoems #उत्तराखण्ड
धारा कु पाणी कख
धारा कु पाणी कख
जब धारूई नी रई
यख अई भुला
यू खाली बोतल उठई।
चौक डीनडयाली
निरई नारंगी की डाली
कुड़ी खंडवार
तेरु गांव छ खाली खाली ।
यख बांदर सुगर
सड़कियो फाड़ा डंगर
तख भीटी औदा सेल्फी बाज
बनौदा मजाक ।
कीक पाड़ पाड़ करदी
जख लंपू छ बुजडू
सब कुछ हरचनु
कख जै खोजनु ।
यख मनखियों कु अकाल
जानबरू की बगवाल
सड़कियो का जाल
बुजुर्ग कना जगवाल ।
जख भबरांदी छै आग
वख मुस्सौ कू राज
जखा थै चांदू निल्ली गौडी
वख उजाड़ छ फैड़ी।
रैण धा ये पहाड़ यन्नी
न बनवा मजाक
तुम सब्बी तख वाला
आवा खोला कुड़ी ताला ।
©® राकेश उनियाल
गांव सकलाना
टेहरी गढ़वाल उत्तराखंड
#राकेश_उनियाल #पौड़ी_गढ़वाल #टेहरी_गढ़वाल #कुमांऊ #uklaguli #posts #poet #kumaoni #worlpoetry #indian #Poetry #UKLaguli #अल्मोड़ा #सकलाना #india #gharwalipoems #video #poems #Ghrwali #gharwali #उनियाल #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand #himdipoems #उत्तराखण्ड
कम देखें
— उत्तराखंड की लगूली में धन्य महसूस कर रहे हैं.
0 टिप्पणियाँ