उत्तराखण्ड Hindi Gharwali By Ravindra Rawat

 


उत्तराखण्ड

मनखी गोरु पौन पंछी
गौं गुठ्यार डालि बोटि
डाँडि काँठि खाल धार
माँगि सबुन उत्तराखण्ड।

बणि बि त कन के बणि
क्य नि से क्य क्या नि व्हे
सबु कि आस अर विश्वास
मिल हि ग्याई उत्तराखण्ड।

सि बि रेगिन यि बि बेठिन
चिफल्या जोंग्या द्येखलिन
बौडा काका खै कि चलिग्या
दिदा ठ्यनू च उत्तराखण्ड।

पाणि सूखी बिजलि छैगी
सड़क औन्दा औन्दि रेगी
रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा
ख्वजण लग्यूं उत्तराखण्ड।

चखल पखल देहरादून
सेरु पहाड़ च बटा लग्यूं
गैरसैंण, पौड़ी अल्मोड़ा
सबुतैं रुवोणु उत्तराखण्ड।

अपरा लोग अपरु राज
अपरु छ्वोप अपरा छन्द
बाटु उबु छो उन्द चलिग्ये
सबतें बिसरी उत्तराखण्ड।

जल जंगल च कोदू झंगोरु
कुछ बी करि पहाड़ बचोला
सेरु पहाड़ त उन्द चलिग्ये
देशी बन्यूं च उत्तराखण्ड।

सोचि छो अपरु व्होलु
छ्विं बात विचार कला
विकास ओलु इथैं तथैं
केकु वे यु उत्तराखण्ड।

बाटु बिरणूं सबु खोल्योणूं
पहाड़ी राज नो लिक्योणूं
तेईस बरसो बि वेगि बाबू
के कि नी सुणूं उत्तराखण्ड।

सर्वाधिकार सुरक्षित
✍लिख्वार-
©®-✍रविन्द्र रावत
ग्राम– डडोली, अगस्त्यमुनि,
रूद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड
#uklaguli #posts #poet #रविन्द्र_रावत #रविन्द्र_रावत #worlpoetry #indian #Poetry #utter #UKLaguli #india #gharwalipoems #video #poems #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand 🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 
See less
— at Utterakhandi.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ