हमारी पहचान #हिंदी_कविता Hindi Poetry wrote by Utterakhandi Poet Dayal Chandra Kanela Raunaki

 


उत्तराखंड की लगूली, उत्तराखंड की लगूली में आभारी महसूस कर रहे हैं.

फ़ेवरेट Pauri, उत्तराखण्ड, भारत 
----------- हमारी पहचान -----------
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चुटिया भी सबको बढ़ाना होगा ,
तिलक भी सबको लगाना होगा ,
हम हिन्दू हैं हमें दिखाना होगा ,
हमें हिन्दू का परचं लहराना होगा।
मंगलवार शनिवार हमको ‌ नित ,
मन्दिर इक्ट्ठे पूजा में जाना होगा ,
हम हिन्दू हैं हमें दिखाना होगा ,
हमें हिन्दू का परचं लहराना होगा ।
जाति छोड़के सनातन में जाना होगा ,
पूजा में धोती कुर्ता में आना होगा ,
हम हिन्दू हैं हमें दिखाना होगा ,
हमें हिन्दू का परचं लहराना होगा ।
घर - घर में हवन कराना होगा ,
मिल कर भगवा फहराना होगा ,
हम हिन्दू हैं हमें दिखाना होगा ,
हमें हिन्दू का परचं लहराना होगा ।
दयाल चन्द्र कनेला रौंनकी
ग्राम बिरमदेचौरी कनेला गांव
पोस्टआफिस जैरामबाखल
तहसील चौखुटिया
जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड
पिन - 263656

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