देख लिया आँखों से Hindi Poetry wrote by Utterakhandi Poet Bhagwatcharya Bhumendranand Semwal

 


उत्तराखंड की लगूली, उत्तराखंड की लगूली में आभारी महसूस कर रहे हैं.

फ़ेवरेट  Pauri, उत्तराखण्ड, भारत 
स्वरचित कविता
देख लिया आँखों से
देख लिए आँखों से अपनी, आँखों से आँशु बहाने वाले.
क़त्ल की दुकान खोल बैठे हैं, रोज वो गंगा नहाने वाले..
देख लिया आँखों से ......!!
अपनी सच्ची यारी थी ऐसी , हर पल साथ बिताने वाले...
देखा है परदेश जाते उनको,एक पल भी दूर ना जाने वाले..
देख लिया आँखों से.....!!
उन्हें एक पल की फ़िक्र ना हमारी,
थे जो जिंदगी भर साथ निभाने वाले.
दूर भी उनको जाते देखा ,वापस नहीं जो आने वाले....
देख लिया आँखों से.....!!
भूमेंन्द्रानन्द सेमवाल
भागवताचार्य भूमेंन्द्रानन्द सेमवाल
ग्राम जाखणी
पोस्ट लम्बगाँव 249165
ब्लॉक प्रतापनगर
टिहरी गढ़वाल उत्तराखण्ड..

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