ये दौर चुनाव का है साहेब तो #हिन्दी_कविता Hindi Poetry/Garhwali wrote by Pawan Pahari

 

उत्तराखंड की लगूलीउत्तराखंड की लगूली में भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं.

फ़ेवरेट Pauri, उत्तराखण्ड, भारत 
ये दौर चुनाव का है साहेब तो
ये दौर चुनाव का है साहेब तो,एक से बडा एक उम्मीदवार है,,
जिन्हें कभी देखा नही जाना नही देखा उनके वादों में भी बड़ी बौछार है,,
क्षेत्र के विकास की पीड़ा व क्षेत्र के मुद्दे,मुद्दों की लहर हर एक के मुख बहार है,,,
दौर चुनाव का है साहेब तो,एक से बडा एक उम्मीदवार है,,
जनता के बीच जाना खुद को जनता का बतांना ये जनता की भावनाओं से खेला या प्रहार है,,,
विजयी होकर उस जनता से दूर रहना ये भूख कुर्सी की थी साहेब या निजी स्वार्थ का दुलार है,,,
दौर चुनाव का है साहेब तो,एक से बडा एक उम्मीदवार है,,
पलायन जहाँ मेरे पहाड़ों का रुक नही रहा और न कोई रोकने को तैयार है,,,
सच कहूँ आज ऐसा लगता कि मेरा पहाड़ भी राजनीती का बन बैठा शिकार है,,,,
दौर चुनाव का है साहेब तो,एक से बडा एक उम्मीदवार है,,
अच्छी स्कूल अच्छे अस्पतालों व हर गाँव में सड़क का ना होना भी कितना लाचार है,,,
वादे मिलते रहे है और मिलते रहेंगे ये चलती चुनावी बहार है,,
दौर चुनाव का है साहेब तो,एक से बडा एक उम्मीदवार है,,
बोली जनता है मेरे पहाडों की भावनाओं में बहक जाती है पर देती सबको सम्मान से प्यार व दुलार है,,
विजय होने के बाद वही उमीदवार जब भूल जाते जनता व जनता की समस्यांओ को ये झूठ की बौछार या अत्याचार है,,
🙏जय श्री राधे, जय वासुदेव🙏
आपका अनुज
राधे रविन्द्र रावत (RRR)
रुद्रप्रयाग जखोली विकास खण्ड का सुदूरवर्ती क्षेत्र पट्टी
बाँगर कु मुन्याँघर रैबाशी
🙏✍️..........

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