विज्ञानकु
आह्वान - 61
पढ़ें विज्ञान
कैसा विरोधाभास
पूजें अज्ञान।
देखे विद्वान
नारियल फोड़ते
रोये विज्ञान।
रहे ये ध्यान
पुरखे थे हमारे
ज्ञान की खान।
नींद से जागो
विज्ञान के क्षेत्र में
तेजी से भागो।
करें प्रयास
विज्ञान में हो अब
तीव्र विकास।
- सुभाष चंद्र लखेड़ा
उत्तराखंड की लगूली
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