विज्ञानकु
आह्वान - 79
तंत्र न मंत्र
उचित समाधान
देगा विज्ञान।
होगे निराश
कभी न जाना बंधु
ओझा के पास।
नर या नारी
हो विज्ञान सम्मत
सोच हमारी।
टोना टोटका
यह काम ठगों का
इनसे बचें।
जहां भी जाओ
विज्ञान अपनाओ
कहें सभी से।
- सुभाष चंद्र लखेड़ा
उत्तराखंड की लगूली
हिन्दी । गढ़वाली । कुमाउँनी । गजल । अन्य । कवि । कवयित्री । लेख ।
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें
हिंदी कविता,विज्ञानकुसुभाष चंद्र लखेड़ा,आह्वान,हिंदी,
0 टिप्पणियाँ