विज्ञानकु
आह्वान - 95
यही है ध्येय
विज्ञानकु को मिले
सभी का स्नेह।
स्नेह दीजिए
विज्ञानकु को आप
अब सींचिए।
रहे ये ध्यान
विज्ञानकु विश्व में
बांटे विज्ञान।
विज्ञानकु हो
यत्र तत्र सर्वत्र
सभी का मित्र।
यह आग्रह
विज्ञानकु का छपे
शीघ्र संग्रह।
- सुभाष चंद्र लखेड़ा
उत्तराखंड की लगूली
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