5th Schedule should be implemented in the entire hilly area of Uttarakhand state.
पूरे भारत के सभी पहाड़ी इलाकों में Schedule District Act 1874 लगा हुआ था। यह Act उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भी लगा हुआ था। बाद में देश के सभी पहाड़ी इलाको में इस Act को बदलकर कहीं 5th Schedule और कहीं 6th Schedule में बदल दिया गया l लेकीन 1972 में उत्तराखंड में इस Act को 5th Schedule में बदलने की जगह हटा दिया गया l इस Act के हटने के बाद से सरकारों ने हमारे जंगल ,पहाड़, नदी सब बेचने शुरू कर दिए l लेकिन अब हमें हमारा हक वापस चाहिए l
उत्तराखंड राज्य के संपूर्ण पहाड़ी इलाके में 5th Schedule लागू हो l
उत्तराखंड राज्य के संपूर्ण पहाड़ के मूल निवासियों को मिले Schedule Tribe Status.
जब देश के सभी पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को Schedule Tribe Status मिला हुआ है I सब जगह धारा 5th Schedule या 6th Schedule लगी हुई है l तो सिर्फ उत्तराखंड से ही भेदभाव क्यों किया जा रहा है ?
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मूल निवास 1950 लागू हो l
ST Status/ 5th Schedule के लाभ l
युवाओं को शिक्षा,सरकारी नौकरियों आदी जगह आरक्षण मिलेगा l
हमारे जंगल ,नदी ,पहाड़ पर हमारा हक होगा l इसे कोई बेच नहीं पाएगा l
इन इलाकों के विकास के लिए राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार अलग से अधिक फंड देगी l
ST Act जैसे सख्त कानून द्वारा हमारे बच्चियां एवं बहनें सुरक्षित होगी l
भारत देश एवं देशवासियों को लाभ
जब उत्तराखंड का विकास होगा तो उत्तराखंडी पलायन की जगह वहां बसने लगेंगे l उनके द्वारा चीन से सुरक्षा प्रदान होगी l नदी, जंगल ,पहाड़ ,पर्यावरण संरक्षण होगा l
यह लड़ाई केवल उत्तराखंड को बचाने की नहीं है।
यह हिमालय को बचाने की भी है lयह मां गंगा को बचाने की भी है l
यह सनातन धर्म को बचाने की भी है lउत्तराखंड बसाओ,हिमालय बचाओ, देश बचाओ l
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