गज़ल .. सब बरौबर...@ पयाश पोखड़ा

 




गज़ल

सब बरौबर


त्यारु रूणू नि रूणू सब बरौबर |

कैळ  सूणू  नि सूणू सब बरौबर ||


सात ताळौ मा भि वो भाजि गैन |

ऊंथैं खूणू नि खूणू  सब बरौबर ||


गड्याळ ग्यगड़ा फट्यळु फाड़िगीं |

जाळ  बूणू  नि बूणू  सब बरौबर ||


जिकुड़ा मा मैला की थ्यग्ळि धैरि |

मुक  धूणू  नि धूणू  सब  बरौबर ||


गुण असान को क्य मोल चा |

क्वी गूणू नि गूणू सब बरौबर ||


नस नाड़्यूं मा बल पाणि ब्वग्दा |

ल्वै को चूणू नि चूणू सब बरौबर ||


दुन्यां तुमरि सब कलां बींगी ग्या |

ल्हीणु ठूणू नि ठूणू  सब बरौबर ||


'हू' मा न 'हां' मा छे तू "पयाश" |

त्यारु हूणू नि हूणू सब बरौबर ||


@ पयाश पोखड़ा 


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