गज़ल नजर तुमारि Ghazal ... Look at you .. Gharewali ..Shayer..Payash Pokhda...Utterakhand

 


गज़ल

नजर तुमारि 

 

नजर तुमारि इसकोल जनै राया सर्या उमर |

पाटी ब्वल्ख्या सब सफ्फा राया सर्या उमर ||

 

गिनती न बाराखड़ि मुखागर कैर साका हम |

तुमरा मुक जनै नजर लगीं राया सर्या उमर ||  

 

तुमरै सौं जो कखिम भि सांस सै होलु मिन |

बस यकससि तुमथैं पढ़णि राया सर्या उमर ||

 

पिरेम की प्रैमरि पाटसाला मा यखुलि-यखुलि |

एक मास्ट्यनि की जग्वाळ राया सर्या उमर ||

 

पाटी-ब्वळ्ख्यम सुदि लपोड़ा-लपोड़ कार |

तुमन वो ढै आखर नि पड़ै पाया सर्या उमर ||

 

कुंग्ळि लगुल्यूं का फूलु थैं अवोळ नि राखि |

बगैर ठंग्री का सदनि खड़ि राया सर्या उमर ||

 

तुमरि कळग्यसरि ढौळ कखि पूरि नि ह्वेजा |

कखि म्यारा कंदूड़ बयाणा राया सर्या उमर ||

 

'पयाश' अनपढ़ किलै रैग्यौ पियार का पैथर |

इसकोला की घंटी बजणि राया सर्या उमर ||

 

©® पयाश पोखड़ा

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