Kya Ji Bolu Garhwali Song
Lyrics in Hindi
फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
बोल त्वी बोल अब त्वेकू क्या बोलू
, क्या जि बोलू
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
फूल सभी स्वाणा छन ये बगवानं खिलयाँ
फूल सभी स्वाणा छन ये बगवानं खिलयाँ
छों में घंघतोलु माँ तवे जणू को होलु
को होलु को होलु
बिराली बोलू की गुलाब बोलू
बिराली बोलू की गुलाब बोलू
बोल त्वी बोल अब त्वेकू क्या बोलू
, क्या जि बोलू
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
रंग बिरंग रंगमाता चखुला डाल्युं
माँ छन
रंग बिरंग रंगमाता चखुला डाल्युं
माँ छन
कै माँ होली तेरी अनवार सोचणु छौ
मन ही मन मन ही मन मन ही मन
कफू घुघति बोलू की हिलांस बोलू
कफू घुघति बोलू की हिलांस बोलू
बोल त्वी बोल अब त्वेकू क्या बोलू
, क्या जि बोलू
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
स्याणी गाणियूं माँ तू ख़यालू माँ
त्वी छेई
स्याणी गाणियूं माँ तू ख़यालू माँ
त्वी छेई
दुनिया सरी बिसरी ग्यौं यादों माँ
त्वी छेई त्वी छेई त्वी छेई
छल छाया बोलू के माया बोलू
छल छाया बोलू के माया बोलू
बोल त्वी बोल अब त्वेकू क्या बोलू
, क्या जि बोलू
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू,
उत्तराखंड की लगूली
हिन्दी । गढ़वाली । कुमाउँनी । गजल । अन्य । कवि । कवयित्री । लेख ।
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें
0 टिप्पणियाँ