गज़ल
*****
तुमरि देळि मा
तुमरि देळि मा मुंड नि नवांदा त हौरि क्य करदा ।
थान मा को द्यप्ता नि बणांदा त हौरि क्य करदा ।।
ख्वजदेरु माया अंध्यरा मा जपगा लगाणि राया ।
तुम खुणै जिकुड़ि नि जलांदा त हौरि क्य करदा ।।
तुमरि मयल्दु मायादार छुयूं मा हुंग्रा दीणा बाना ।
छुयूं मा छुवीं अग्नै नि बढांदा त हौरि क्य करदा ।।
रस्ता बिसिरिगे छाया वो अपणा घौर जाणा को ।
चौबट्टा मा भि बाटु नि बतांदा त हौरि क्य करदा ।।
अंध्यरु भीक मंगदा द्याख उज्यळौं की देळि मा ।
हम अपणो सूरज नि लुकांदा त हौरि क्य करदा ।।
जमना दगड़ बात करणु नि सुहादुं तुमथैं 'पयाश'।
हम तुमथैं दगड़्या नि बणांदा त हौरि क्य करदा ।।
©® पयाश पोखड़ा
#gharwalipoems #worlpoetry #dhyanipoems #UKLaguli #indian #Poetry #kumaoni #india #gharwalipoems #UKLaguli #worlpoetry #dhyanipoems #Poetry #indian #पयाश_पोखड़ा #video #utter #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand
*****
तुमरि देळि मा
तुमरि देळि मा मुंड नि नवांदा त हौरि क्य करदा ।
थान मा को द्यप्ता नि बणांदा त हौरि क्य करदा ।।
ख्वजदेरु माया अंध्यरा मा जपगा लगाणि राया ।
तुम खुणै जिकुड़ि नि जलांदा त हौरि क्य करदा ।।
तुमरि मयल्दु मायादार छुयूं मा हुंग्रा दीणा बाना ।
छुयूं मा छुवीं अग्नै नि बढांदा त हौरि क्य करदा ।।
रस्ता बिसिरिगे छाया वो अपणा घौर जाणा को ।
चौबट्टा मा भि बाटु नि बतांदा त हौरि क्य करदा ।।
अंध्यरु भीक मंगदा द्याख उज्यळौं की देळि मा ।
हम अपणो सूरज नि लुकांदा त हौरि क्य करदा ।।
जमना दगड़ बात करणु नि सुहादुं तुमथैं 'पयाश'।
हम तुमथैं दगड़्या नि बणांदा त हौरि क्य करदा ।।
©® पयाश पोखड़ा
#gharwalipoems #worlpoetry #dhyanipoems #UKLaguli #indian #Poetry #kumaoni #india #gharwalipoems #UKLaguli #worlpoetry #dhyanipoems #Poetry #indian #पयाश_पोखड़ा #video #utter #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand
See less
— in India.
Edit
All reactions:
3737
0 टिप्पणियाँ