UKLaguli
उत्तराखंड की लगूली is in World.
Published by बालकृष्ण डी. ध्यानी

फौजी
फौजी जब अन्दर ही अन्दर
घुटता है, सहमता है,
कडी धूप में तपता और
घर से हजारों मील दूर
जब खुद से बातें करता है,
पर्श से निकाली किसी फोटो
पर संवेदना व्यक्त करता है।
मन ही मन टुटता है, बिखरता है,
गिरता है फिर सम्भलता है,
फौजी की जिंदगामी
हर कोई नहीं समझता है।
मौत से सामना जिनका
हर पल रहता है,
फिर भी खुश हूं
एक फौजी ही कहता है।
अपने बच्चों की शरारतें
पत्नी की यादें, मा बाप की बातें
वो जैसे हर पल
अपने आसपास ही सुनता है।
एक फौजी भी दिल रखता है
वो भी सिसकता है।
लेकिन कभी अपने भावों
यूं न जगजाहिर करता है।
ये फौजी है जनाब बस
मां भारती की सेवा में तत्पर रहता है।
कविराज
©® किशोर द्विवेदी
पौड़ी गढ़वाल उत्तराखण्ड़
#किशोर_द्विवेदी #उत्तराखंड #poem #gharwal #uklaguli #twitter #youtube #utterakhand #post #facebook #reel #intgram #worlpoetry #indian #Poetry #utter #UKLaguli #india #gharwalipoems #dhyanipoems #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand_beauty #hindipoem #HindiPoems #hindipoetry
0 टिप्पणियाँ