बेटी (काब्य संग्रह-अँज्वाल ) ***Grhwali Poetry wrote by Jagdish Garhwali,

 


बेटी (काब्य संग्रह-अँज्वाल )

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूँ तक म्यारु समझ नि आई ।

किलै बेटी कु क्वी घौर नि हूँद
किलै अपुण क्वी ठौर नि हूँद
क्यो बेटी क्वी जात नि मनदा
क्यो बेटी थैई अपुणु नि मनदा
हूँद बगत व लक्ष्मी मने ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

कोख म बेटी कु गालु नि घ्वाटा
मनखि ह्वेकि ई कर्म छन ख्वाटा
अबि त दुन्या म छैई व अजाण
कोख म वींक क्यो घ्वटिन प्राण
बेटी दगड़ क्यो भेद करे ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

क्यो भरमै ग्यो बेटों सेई वंश च हमरु
मेरी माना बिन बेटी कु वंश नि तुमरु
बिन बेटी वंश न वंश कु इतिहास रालू
बेटी च अणमुल्य कब अहसास ह्वालू
बेटी त रिश्तों थैई जोड़ ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

मारा नि बेट्यों थैई यन कोख म
डुबि जैली य श्रृष्टि ही शोक म
बेटी नि राली गाँव-गाला तोक म
ब्वारि बणै ल्येल्या क्या चौक म
बिन बेटी क्वी घर-बार नि ह्वाई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

बेटी हि आरती बेटी हि पूजा
बेटी बिना क्वी धन नी दूजा
बेटी हि दुर्गा बेटी हि गौरा
बेटी हूण म दुखः नि कैरा
बालपन म देवी जनि पुज्ये ग्याई ।

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

बेटी हि आरती, बेटी हि पूजा
बेटी बिना क्वी धन नी दूजा
बेटी हि रुक्मणि, बेटी हि राधा
बेटी हि गंगा, बेटी हि गीता
बेटी हि गार्गी, बेटी हि सीता
बिन बेटी का घौर छन रीता
बेटी त रिश्तों थैई जोड़ ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

द्वी आखर भलि कै जु पैढ़ी जाली
बेटी बि बेटों जनि ह्वै जाली
आजक बेटी भोल कि नारी
बेटी बिना नी दुनियादारी
ब्वै-बाब पर क्यो बोझ मनै ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो समझे ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

बेटी नि हूँदी त मी बि नि हूँदू
कु सुणदू अर कैथेई सुणादू
कैमा जिकुड़ी का गाँठा ख्वल्दू
फिर दुनिया कु यु रुप नि हूँदू
सदनि बेटी हि क्यो टुकरे ग्याई

बेटी थैई पर्या धन क्यो बुल्यै ग्याई ।
अज्यूॅ तक म्यारु समझ नि आई ।

जगदीश डिम्पल रौतेला
ग्राम ------खरका
पत्रालय--- पुन्डेरागाँव(सतपुली )
पट्टी ------ कौडिया ( लैन्सडाउन )
जनपद --- पौड़ी गढ़वाल
उतराखण्ड २४६१७२
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