अफु दगडम़ मुलाकात कख हूंद ***Grhwali Poetry/Garhwali Gajal wrote by Payash Pokhara

 


गजल
*****
अफु दगडम़ मुलाकात कख हूंद

अफु दगडम़ मेरी मुलाकात कख हूंद ।
सांस दगड़म सांस की बात कख हूंद ।।

बगत भी म्यारा दगड़ रुसयूं-रुसयूं रैंद ।
काळा दिन की उज्यळि रात कख हूंद ।।

गुमसुम तिबरि उदास चौक खल्याण ।
बौळ्या छज्जा दगड़म बात कख हूंद ।।

चेपु मा अटकईं छन द्वि बूंद कबबटि ।
अब आंखि भोरिक बरसात कख हूंद ।।

गैणि छन सांस टुप-टप कम न जादा ।
मौत दगड़म भोळ-परभात कख हूंद ।।

गैणा गैणि रात कटिं गारा छांणि दिन ।
रोज मुंडमथि चाँदण कनात कख हूंद ।।

दगड़म म्वरण बचणा का सौं खयेंदि ।
सर्या जिंदगि हाथ मा हाथ कख हूंद ।।

भौत मुसकिल यख निभाणु 'पयाश' ।
सबि मनख्यूं पर मनख्यात कख हूंद ।।

©® पयाश पोखड़ा

#uklaguli #intgram #उत्तराखंड #facebook #reel #youtube #twitter #blogger #utterakhand #shorts #post #gharwal #poem #पौड़ी_गढ़वाल #उत्तराखंड_लगूलि #उत्तराखंड_लगूलि #पयाश #posts #poet #indian #Poetry #utter #UKLaguli #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand #पयाश_पोखड़ा 
See less
— in India.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ