जब आए अकेला जाना अकेला फिर भी कहता क्यों Hindi Poetry By Radhe Ravindra Rawat

 


(जब आए अकेला जाना अकेला फिर भी कहता क्यों)
हे मानव तू क्यों कहता है ..
कम तेरा है ज्यदा मेरा है...
हे मानव तू क्यों कहता है...
कम तेरा है ज्यदा मेरा है..-----
जब जन्म लिया है मानव तूने...
ना कुछ लेकर आया है ..
और ना कोई और लेकर आता है...
जब तू यहा से वापस जयेगा...
ना कुछ लेकर जयेगा.,
और ना कोई लेकर जाता है..---------
फ़िर भी हे मानव तू क्यों कहता है..
कम तेरा है ज्यदा मेरा है ...------
शरीर दिया उस खुदा ने कुछ करने...
व कर दिखाने को...
लेकिन मानव तू नही पचान रहा अपने..
सही ठिकनो को...-------
फ़िर भी हे मानव तू क्यों कहता है.,
कम तेरा है ज्यदा मेरा है .--------
भले - बुरे की तुझे पहचान है
किस राह पर चलना तुझे...
बनता तू इससे नादान है ...
आज एक से उल्झना..
कल दूसरे से उल्झना...
उल्झने मे भी ना तू अंजान है ------
फ़िर भी हे मानव तू क्यों कहता है...
कम तेरा है ज्यदा मेरा है----------
छोड़कर चला जयेगा एक दिन तू...
अपने इस घर बार को...
पल भर रो पडेगे लोग उस खाली...
दरबार को---------.
फ़िर भी हे मानव तू क्यों कहता है ..
कम-तेरा है ज्यदा मेरा है-------
पांच तत्वो से बना तेरा यह शरीर...
पांच ही तत्वो मे समा जयेगा...
मोह-माया तेरी यही छुटकर...
अपने साथ ना कुछ लेकर जयेगा-------
फ़िर भी हे मानव तू क्यों कहता है...
कम-तेरा है ज्यदा मेरा है--
आपका अनुज🙏
✍️राधे रविन्द्र रावत(RRR)
रुदप्रयाग जखोली बाँगर रैबासी
#blogger #उत्तराखंड #facebook #intgram #reel #twitter #uklaguli #youtube #poem #post #gharwal #utterakhand #राधे_रविन्द्र_रावत #उत्तराखंड_लगूलि #posts #poet #hindipoem #worlpoetry #indian #Poetry #utter #india #poems #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand 
See less
— at Uttrakhand.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ