#कुमाउँनी_कविता
,,,,,,,,,,,,,,,, बचपन की याद ,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
पैदल पैदल स्कूल जांछी जंगलों का बाट,
गाड़ गधेरा पार करिबै सब नान तिन साथ ।
झोला में रैंछी लकड़ै पाठी हाथ कमेडू दवाद
बचपना का दिन मकैड़ी आजिलै आनी याद ।
जानर पिसौछी अखोउ कुटौछी लकड़ा टोडौछी
रोप लगांछी धान मानुंछी मनुंवा गोड़ूंछी ।
इतवार का दिन जांछी गोरु चरांहां ग्वाला ,
ब्याव हैं क्वे लकड़ा ल्यांछी क्वे घासका डाला ।
पैरिया रैंछी पैंट उमै लागिया रैंछी टाल ,
कतिकैं हरी कतिकैं पिंगाव कतिकैं सुकिल लाल।
एकै भानमै सबै भै बैणी दगड़ै खांछी भात ,
नी मानुंछी कौंय तौ इजा लगांछी सिसौणूं पात ।
दयाल चन्द्र कनेला रौंनकी
ग्राम बिरमदेचौरी कनेला गांव
पोस्टआफिस जैरामबाखल
तहसील चौखुटिया
जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड
पिन - 263656
#दयाल_चन्द्रप_कनेला #पौड़ी_गढ़वाल #टेहरिगढ़वाल #कुमांऊ #uklaguli #posts #poet #kumaoni #worlpoetry #indian #Poetry #सल्ट_अल्मोड़ा #india #gharwalipoems #video #poems #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand #अल्मोड़ा #बिरमदेचौरी_कन्याला #जैरामबाखल
,,,,,,,,,,,,,,,, बचपन की याद ,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
पैदल पैदल स्कूल जांछी जंगलों का बाट,
गाड़ गधेरा पार करिबै सब नान तिन साथ ।
झोला में रैंछी लकड़ै पाठी हाथ कमेडू दवाद
बचपना का दिन मकैड़ी आजिलै आनी याद ।
जानर पिसौछी अखोउ कुटौछी लकड़ा टोडौछी
रोप लगांछी धान मानुंछी मनुंवा गोड़ूंछी ।
इतवार का दिन जांछी गोरु चरांहां ग्वाला ,
ब्याव हैं क्वे लकड़ा ल्यांछी क्वे घासका डाला ।
पैरिया रैंछी पैंट उमै लागिया रैंछी टाल ,
कतिकैं हरी कतिकैं पिंगाव कतिकैं सुकिल लाल।
एकै भानमै सबै भै बैणी दगड़ै खांछी भात ,
नी मानुंछी कौंय तौ इजा लगांछी सिसौणूं पात ।
दयाल चन्द्र कनेला रौंनकी
ग्राम बिरमदेचौरी कनेला गांव
पोस्टआफिस जैरामबाखल
तहसील चौखुटिया
जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड
पिन - 263656
#दयाल_चन्द्रप_कनेला #पौड़ी_गढ़वाल #टेहरिगढ़वाल #कुमांऊ #uklaguli #posts #poet #kumaoni #worlpoetry #indian #Poetry #सल्ट_अल्मोड़ा #india #gharwalipoems #video #poems #Ghrwali #gharwali #instagram #Youtube #facebookpost #uttrakhand #अल्मोड़ा #बिरमदेचौरी_कन्याला #जैरामबाखल
0 टिप्पणियाँ