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जय उत्तराखंड
जय उत्तराखंड मेरू प्यारू उतराखंड ।
अखंड हि रै तु सदनी म्यारू उतराखंड ।जय
भाल तेरो ऊंचु हिमाला, उंची उंची कांठी।
गंगा सिंचदि तेरा जिकुड़ा, हरी भरी घांटी।
गंगा जी कु देशऽ यनी रई तू सदन। जय-
बदरी केदार तेरा तीरथ महाना,
तेरि माटी मा बस्यां छन द्यब्तौं का थानऽ।
यनी रै तु मेरा मुलुक जनम जनम। जय
विद्वानूं कि भूमि छै तू ऋषि मुन्यूं कि थाती।
जलणि रौ यख सदनी ज्ञान कि बाती।
ज्योत तेरा नौं कि यनी जलणि रौ अखंड ।जय
यखी ह्वैनि पतिव्रता रामी बौराणी,
तीलुरौतेली वीर बाला दुर्गा भवानी।
गौरा न चलाई यखी चिपको आंदोलन। जय
देश रक्षा मा अगाड़ी छन तेरा लाल।
रेजिमेंट छना यूंकि कुमाऊँ गढ़वाल।
देश रक्षा मा कदिन जु तन मन अर्पण। जय
त्वै थैं पाणा का खातिर बलिदान ह्वैना।
रामपुरतिराहा मुजफ्फरनगर कांड ह्वैना। हां गोलि कांड ह्वैना।
वूं बलिदान्यूं खुणै च शत-शतऽ नमन।🙏 जय-
स्वरचित
शैलेश
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1 टिप्पणियाँ
बहुत सुंदर कविता और सुंदर ब्लॉग । आपको बहुत - बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई from My Hindi Poetry Click Here
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