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आमा क भिंडी साग द्वि जणाने लिजी
सौमान--
पौ भर भिंडी,चार
- पांच हरीं मिर्च ,भलोभल सरसों तेल,एक चमच जीर,लूंण स्वादानुसार
तरीक
भिंडी ध्वे भेर गोल- गोल काट लियो। सरसोंक तेल में जीर खितो
फिर वीमें भिंडी, हरीं मिर्च, लूंण खित भेर तेज आग में भुड़भुड़ींन दिया। असल स्वाद चैंछ
तो मश्याल जरा ले न खितण भे।जब लागोल कि पाण नी दिखिनो तो थोड़ देर लिजी ढाक धर दियो।
भात दगड़ी भौते भल लागूं यो साग। असल भिंडीक स्वाद कि हूँ आज पत्त चलौल।
सुमीता प्रवीण
मुंबई
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