हिन्दी । गढ़वाली ।
। गजल । अन्य । कवि । कवयित्री । लेख ।
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें
चल भुली अब घार चली जौंला
वख घास काटी लौंला
गोर चरौंला
पुंगड़ा भी जौंला
रुखी सूखी खौंला
लेकिन
छुची
य़ख से ज्यादा सुखी रौंला
य़ख त बल लगिगे कोरोना
अब तू दिल झुरोना
अभी त बल गौं
मा
कूड़ा पुंगड़ा
साग सग्वड़ा बच्यां ह्वाला
चल भुली वख जाकेकी
खूब छ्वीं बथा लगौंला
चल भुली अब गौं चली जौंला
@उनीता धस्माना बग्याली
नरेंद्र प्रसाद धस्माना
0 टिप्पणियाँ