आंखि-आंख्यूं मा सानी ह्वैगीं

 

उत्तराखंड की लगूली

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 गढ़वाली गीत


आंखि-आंख्यूं मा सानी ह्वैगीं

 

आंखि-आंख्यूं मा सानी ह्वैगीं ।

माया की मयल्दु गाणी ह्वैगीं ।।

 

आंख्यूंल आंख्यूं थैं पछ्याण ।

मुखड़ि देख कन भानी ह्वैगीं ।।

 

नजर की ढाळ-पंदाळ जाणि ।

शरमल वो पाणि-पाणी ह्वैगीं ।।

 

रतन्याळि आंख्यूं को उजाळु ।

औंस्या राति भि स्वाणी ह्वैगीं ।।

 

जब बटै भेंटाई छौं तुम दगड़ ।

स्वीणौं मा आणि-जाणी ह्वैगीं ।।

 

मिठ्ठा किशर्ण्यां बोल छन तेरा ।

सब्द-सब्द घ्यू की माणी ह्वैगीं ।।

 

क्युंकळि कादै सि जिकुड़ि मा ।

मायादार छुयूं की स्याणी ह्वैगीं ।।

 

©® पयाश पोखड़ा

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