हिन्दी । गढ़वाली ।
। गजल । अन्य । कवि । कवयित्री । लेख ।
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें ।
अपडी संस्कार, अपडी संस्कृति की ओर बौडी जावा,
दिया बाळा, भैला खेला,सभी इगास मनावा।
गौं छोडी बिसरया सभी, अपडा रिति रिवाज,
आपडा बाल बच्चों तैं, यौं की कथा सुणांवा
दिया बाळा, भैला खेला,सभी इगास मनावा।
सुखी रयां सभी, खुब फल्या फुल्यां
जख भी रयां राजी रयां, पर अपडा बार त्योहार न भुल्यां।
एक दियु अपडा, गौं मुल्क का नौ कु भी जावा
दिया बाळा, भैला खेला,सभी इगास मनावा।
बिसरा न भायों देवी देवताओं कु रोज करा ध्यान
जख भी रला इ रक्षा करला, इ बडा छिन महान।
युवा शक्ति से छ निवेदन, अपडी संस्कृति फैलावा
दिया बाळा, भैला खेला,सभी इगास मनावा।
©®- भारत भूषण नौटियाल
मानव भारती स्कूल, मसूरी
0 टिप्पणियाँ