रैबार

उत्तराखंड की लगूली

हिन्दी   ।  गढ़वाली ।    ।  गजल  ।  अन्य  ।  कवि  ।  कवयित्री  ।  लेख  ।

 उत्तराखंड देवभूमि  I अनछुई सी तृप्ति  I  ढुंगा - गारा  I  आखर - उत्तराखंड शब्दकोश  I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I  कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिकवितायें ।  

 गढ़वाली गीत 

रैबार उन सभी लोगों के लिए जो पलायन कर चुके हैं। ये घर, ये गाँव तुम्हें बुला रहा है कि बस एक बार ही सही मगर वापस आ जाओ। और इनकी अनकही बातों को मैंने शब्दों के माध्यम से व्यक्त करने का प्रयास किया है।

आशा करती हूं कि आप सभी को कविता पसंद आएगी

रिंकी काला


रिंकी काला

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ