फुल सग्रांद गीत : सरोजनी & बलबीर राणा 'अडिग'

 


 

विश्व कु एक मात्र यनु पर्व जख द्येळी द्येळयूं मा फूल डाली एक हैका कि खुशी अर सुख शान्ति को रैबार बटेन्दू। मि तैं गर्व च यीं माटी मा मेरु जलम ह्वैन। धन्य च देवभूमि, धन्य च तेरा लोक अर लोकपर्व। प्रसांगिक लगै तो साझा जरुर किजएगा ताकि नईं पीढ़ी अपने पुरखों की इस लोक विरासत को ठीक उसी प्रकार अमल में लाऐं जिस उद्धेश्य के लिए इन पर्वों का उदय हुआ है। @ बलबीर राणा अडिग

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