उत्तराखंड की लगूली
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें
"आँसू"
उन त आँखियूँ का पाणि हुँदा आँसू,
दुःख सुख की पछ्याण हुँदा आँसू।
मन की पीड़ा जिकुड़ि भैर ऐ जाँदा,
दुःख मा सौण भादों सी चूँ दा आँसू।
मेळो मा अपणों खुज्यान्दी आँखि,
गौळा भेटि टोळा मारी रूँदा आँसू।
मन की सचै जब कै बिंगे नि जाणी,
पुटगा का गुस्सा भी बिंगौंदा आँसू।
यूँ आँसू की भी कुई पछ्यांण नि यख,
ख़ुशी मा आँखियूँ का छळकेंदा आँसू।
पुछदर नि जैकु कुई भी ये संसार मा
वे की जिकुड़ि पत्थर बणि रैंदा आँसू।
लाख जतन करा पीड़ लुकाणे 'नैना'
मन की सब्बि भेद मा बतौंदा आँसू। अंजना कण्डवाल 'नैना'
0 टिप्पणियाँ