सुरक सुरक देखा त

 

उत्तराखंड की लगूली

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सुरक सुरक देखा त
गीत शैली
सुरक सुरक देखा त पूस जाणु ले गे,
ह्युंदै की कँकोर भगाणु -2
मौ भी आण ले गे।
सुरक सुरक...............
(१)
ठण्डो पाणी, ठण्डी हवा, ह्युंद की टटकार,
भैर बरफ, भीतर धुँआ, द्वितरफा मार,
ह्युं पोड़ी हिंवाळी काँठी - 2
उदंकार ह्वे गे।
सुरक सुरक.................
(२)
चा की कितली चुलु भितर, छुयूँ की छरोळी,
अल्लु भुटणा खाजा भुजणा, खरोळी खरोळी।
चाणा, भट्ट, ग्यों तिलों की -2
कन रस्याण ऐ गे।
सुरक सुरक..................
(३)
गीत झुमैलो, रांसो, तांदी, थड्या गीत गाणा,
ब्याखुनि चौक थाड़ा मा, चौंफला लगाणा।
बाजू बन्द, पण्डों नाच -2
की बहार ऐ गे,
सुरक सुरक..................

©®अंजना कण्डवाल 'नैना'

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