आधुनिक बेताल चौबीसी ( कथा - 18 ) -चालबाज

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आधुनिक बेताल चौबीसी ( कथा - 18 )

चालबाज
राजा विक्रम अब उस सिरस के पेड़ पर चढ़ने - उतरने के अभ्यस्त हो चुके थे। उन्होंने मुर्दे को उतारा और उसे कंधे पर लटका कर तेजी से उस जाने - पहचाने रास्ते पर चल पड़े।
उनकी आशा के अनुरूप कुछ देर बाद बेताल बोला, " राजन, मुझे तब बहुत दुःख होता है जब कोई किसी सरल स्वभाव वाले व्यक्ति को बेवकूफ बनाकर अपना उल्लू सीधा करना चाहता है। खैर, आप खुद एक ऐसे चालबाज के जाल में फंसे हुए हैं। मेरा सवाल तो आपसे यह है कि क्या सरल स्वभाव वाले आम लोगों का यूं ही शोषण होता रहेगा या फिर इस स्थिति में बदलाव भी हो सकता है ? "
राजा विक्रम बोले - बेताल, तुम्हारे इस सवाल के जवाब में मैं अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के इस कथन को दोहराना चाहूंगा कि " तुम सभी लोगों को कुछ समय के लिए बेवकूफ बना सकते हो और कुछ लोगों को हमेशा के लिए बेवकूफ बना सकते हो लेकिन तुम सभी लोगों को हमेशा के लिए बेवकूफ नहीं बना सकते हो। "
राजा विक्रम के जवाब को सुनकर बेताल हंसते हुए बोला, " राजन, क्या आप यह बात हमारे नेताओं को नहीं समझा सकते हैं ?" फिर उनकी बात को सुने बिना वह सिरस के पेड़ पर जाकर लटक गया।

- सुभाष चंद्र लखेड़ा
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