उत्तराखंड की लगूली
उत्तराखंड देवभूमि I अनछुई सी तृप्ति I ढुंगा - गारा I आखर - उत्तराखंड शब्दकोश I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिI कवितायें
अबत नोनी कु खातु खोलणु जरुरी जी
अबत नोनी कु खातु खोलणु जरुरी जी
थोडी थौडी करी रुपए भी जमा करनी जरुरी जी
ठान लेण अच्छु ब्याज कमोण कि जी
नजदीक डाकघर मां सुकन्या खाता ही खुलोण जरुर जी
यु खातु बेटी कि १०साल कि उम्र तक खुलदु जी
जु २५०रु सी शाखा डाकघर मां भी खुल जादु जी
साल भर मां १५००००रु तक जमा कर सकदा जी
अर अच्छु ब्याज देण का बाबजुद आयकर सी बचोदु जी
या योजना त मैणी भली लगी जी
हम ग़रीबु तैं बड़ी भली स्कीम जी
नोनी का ब्यो तले रुपया जमा की सरहनीय पहल जी
बस अबरी मोका कु सद्पयोग करनी जी
डाकघर कु नया खाता फार्म अफु भरनु जी
नौनी कु जन्म प्रमाण पत्र भी जरुर वे फार्म गेल पिन करनी जी
अर ब्वे या बाबा कु आधार व पेन कार्ड की फोटोकापी लगाडी जी
आयकर मां जुट जरुर लेण कि ठानी लेण जी
© नवीन जोशी
गौं कोट. देव मुल्क,
गढ़वाळि कविता /गीत
0 टिप्पणियाँ