या भी क्वी बात ह्वे*

 धाद लोक भाषा अभियान

काव्य प्रतियोगिता सीजन 3
क्रमाँक 10
विधा: अतुकान्त

उत्तराखंड की लगूली

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विषय:*या भी क्वी बात ह्वे*

रौण परदेश अर स्वीण्या गौ का
खाण पिज्जा बर्गर
अर बात पाड़ का खाणा की
नचण तुमल भांगड़ा
अर बात पंडो की
या भी क्वी बात ह्वे

रौण तुमल उन्दू
अर रील बणाणु
आणा तुम पाड़
गंद मंद फैले की
भाग जाणा फिर तखुन्दू
या भी क्वी बात ह्वे

बच्याणा छों हिंग्रेजी मा
शर्माणा छों गढ़वली बोलण म
अर बात कना छों
लोक भाषा थैं
राष्ट्रीय भाषा बणाण की
या भी क्वी बात ह्वे

तौ की सब्बि धाणी देरादून म
कार बंगला दफ्तर न्याता मंत्री
सब्या देरा दून म
अर बात चनी च
राजधानी गैर सैण की
या भी क्वी बात ह्वे

भ्रष्टाचार म च सरकार
नियुक्तियूँ की लगीं छन बांठी
भर्ती परीक्षा पत्र हुणा छन नीलाम
चा लेखपाल हो या हो बड़े बाबू
अर सरकार बोनी सब च हमरा काबू
या भी क्वी बात ह्वे

जनता पैली त भोट अफी दीणी चा
फिर पाँच साल तक ठगेणी चा
दुबरा फिर नेतो का चुनौ कन म
रगरे जाणी चा
अर फिर बोनी चा कि हम फिर ठगे गयां
या भी क्वी बात ह्वे

©® ओ पी पोखरियाल 

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