उत्तराखंड की लगूली
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हमरू भारत स्वतंत्र ह्वैगी
आज हमरू भारत स्वतंत्र ह्वैगी,
सभी देश वास्यूंन पंचमी मनैली।
हमरी देवभूमि उत्तराखंड च स्वर्ग समान,
जख हरी भरी पुंगुण्यूं मां फूलूं की बहार।
बसंत पंचमी पर म्यौलू लग्यूं च,
जगु जगु मूं बेटी ब्वर्यूं कू थौलूं लग्यूं च।
वीणा वादनी माॅं सरस्वती गीत लगौंणी,
घरू घरू मां तिल गुड़ आज बट्यणूं।
देवभूमि उत्तराखंड च स्वर्ग समान,
जख हरी भरी पुंगुण्यूं मां फूलूं की बहार।
सभी बेटी ब्वारी मैतूड़ा कू पैटणीं,
घरू घरू मां आज खुब रौनक लगणीं।
मेरू नौं त सभ्यूं तैं याद ही रौंदू,
सभ्यूं तैं आज मैं बधै ब्वौलदू।
© श्रीमती अनूपा कुमेड़ी
सलना नागनाथ पोखरी
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