आह्वान -34

 

विज्ञानकु
आह्वान - 34

मौलिक सोच
से अधिक फायदा
ज्ञान से ज्यादा।

कोई भी खोज
लगती है मामूली
होने के बाद।

नहीं पैरों को
हमेशा तुम देखो
चाँद तारों को।

विज्ञान धर्म
हो जीवन का मर्म
सुख परम।

जुड़े विज्ञान
मेरा यही आह्वान
दिनचर्या से।

- सुभाष चंद्र लखेड़ा

उत्तराखंड की लगूली

 उत्तराखंड देवभूमि  I अनछुई सी तृप्ति  I  ढुंगा - गारा  I  आखर - उत्तराखंड शब्दकोश  I उत्तराखंड I गढ़वाली शब्दों की खोज कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I  कवितायें I कुमाउनी शब्द संपदा I उत्तराखंडी यू ट्यूब I उत्तराखंड संस्कृतिकवितायें

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ